इन 7 कारणों से ढीले होते हैं महिलाओं के ब्रेस्ट
चेस्ट एक्सरसाइज- एक आम धारणा ये है कि महिलाओं को लिफ्ट वेट और चेस्ट एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। ये सोच गलत है। एक्सरसाइज करने से ब्रेस्ट के नीचे स्थित मांसपेशियां ऊपरी मसल्स को मजबूत बनाती हैं। जिससे कई शारीरिक परिवर्तनों के बावजूद ब्रेस्ट स्थिर रहते हैं और वो ढीले नहीं होते हैं।
कुछ महिलाएं अपने ढीले ब्रेस्ट को लेकर परेशान रहती हैं। इन्हें शेप में रखने के लिए वो सही आउटफिट भी पहनती हैं लेकिन स्थिति जस की तस रहती है। हालांकि एक अवस्था में ब्रेस्ट ढीले हो ही जाते हैं। आप इसके पीछे के कारणों को नहीं रोक सकती लेकिन काफी हद तक अपने ब्रेस्ट को ढीला होने से बचा सकती हैं। ब्रेस्ट ढीले क्यों होते हैं और इन्हें शेप मे कैसे रखा जाए, आइए जानते हैं:
बड़े ब्रेस्ट ज्यादा ढीले होते हैं- कई महिलाएं ऐसा मानती हैं कि छोटे ब्रेस्ट की तुलना में बड़े ब्रेस्ट ज्यादा ढीले हो जाते हैं। ये तथ्य गलत है। क्योंकि ब्रेस्ट का छोटा या बड़ा होना मसल्स और वसा पर निर्भर करता है। बड़े ब्रेस्ट के साथ अगर मसल्स जयादा हैं, तो वसा के कम होने की संभावना कम होती है
तेजी से वजन कम करने की कोशिश-ज्यादा वजन कम करने से ब्रेस्ट के ज्यादा ढीले होने के चांस होते हैं। ज्यादा वर्कआउट करने से फैटी टिशू कम होते हैं और स्किन ढीली होने लगती है। ढीली स्किन आपके ब्रेस्ट को ढीला कर सकती है। इसलिए चेस्ट की मसल्स को मजबूत करने के लिए सुनियोजित तरीके से एक्सरसाइज करें।
सही स्पोर्ट्सवीयर नहीं पहनना- कई महिलाएं जॉगिंग, रनिंग और कार्डियो जैसी गतिविधियां करते समय सही स्पोर्ट्स ब्रा नहीं पहनती हैं। इन गतिविधियों को करने से ब्रेस्ट टिशू में खिंचाव पैदा होता है, जिससे ब्रेस्ट ढीले हो सकते हैं।
डायट में विटामिन सी कमी- अपनी डायट में विटामिन सी वाले फूड ज्यादा शामिल करें। 30 साल की उम्र में स्किन से कोलेजन कम होने लगता है, जिससे ब्रेस्ट सहित पूरी स्किन पर झुर्रियां पड़नी शुरु हो जाती हैं। कोलेजन को बनाए रखने के लिए विटामिन सी और बी ज़रूरी होता है।
प्रेगनेंसी- कई महिलाएं ऐसा मानती हैं कि ब्रेस्टफीडिंग से ब्रेस्ट ढीले हो जाते हैं। सही मायने में ब्रेस्टफीडिंग से नहीं प्रेगनेंसी से ब्रेस्ट ढीले होते हैं। एस्थेटिक सर्जरी जर्नल में छपे एक अध्ययन के अनुसार, प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के ब्रेस्ट का साइज बढ़ जाता है और ये ब्रेस्टफीडिंग के समय तक वैसा ही रहता है। बाद में इनमें ढीलापन आने लगता है।
स्मोकिंग- स्मोकिंग से ना केवल लंग्स, हार्ट और किडनी पर असर पड़ता है बल्कि इससे ब्रेस्ट भी प्रभावित होते हैं। तंबाकू से कोलेजन कम होता है। एस्थेटिक सर्जरी जर्नल में छपे एक अध्ययन के अनुसार, ढीले ब्रेस्ट के लिए जिम्मेदार कारकों में से एक स्मोकिंग भी है।
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